बादी बवासीर का इलाज – कारण, लक्षण और आधुनिक उपचार
बादी बवासीर (Internal Piles) एक आम लेकिन बेहद असुविधाजनक एनोरेक्टल समस्या है, जो मुख्यतः गुदा के अंदर नसों के सूजने और बढ़ने से होती है। यह बीमारी तब होती है जब पाचन तंत्र में गड़बड़ी, कब्ज या लगातार मलत्याग में कठिनाई बनी रहती है। समय रहते उपचार न मिलने पर यह समस्या गंभीर रूप धारण कर सकती है और गुदा में दर्द, रक्तस्राव और असहजता जैसी स्थितियाँ उत्पन्न करती है।
Kale Piles Hospital & Laser Surgery Center, Nagpur
Kale Piles Hospital & Laser Surgery Center Nagpur एक अत्याधुनिक एनोरेक्टल क्लिनिक है, जहाँ अनुभवी गुदा रोग विशेषज्ञ द्वारा पाइल्स लेजर सर्जरी, फिशर का ऑपरेशन, और भगंदर का ऑपरेशन आधुनिक लेजर तकनीक से किए जाते हैं। अस्पताल में त्वचा रोग विशेषज्ञ, डर्माटोलॉजिकल सर्जन द्वारा मस्से का इलाज, स्किन टैग रिमूवल, सिस्ट रिमूवल सर्जरी, और लिपोमा रिमूवल जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं। यहाँ इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट, हॉर्मोन असंतुलन से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान किया जाता है।
बादी बवासीर के लक्षण
बादी बवासीर के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
- मलत्याग के दौरान दर्द या जलन महसूस होना।
- मल में रक्त आना या टॉयलेट पेपर पर खून के धब्बे दिखाई देना।
- गुदा क्षेत्र में खुजली या सूजन।
- भारीपन का एहसास या गुदा के अंदर कुछ फंसा हुआ लगना।
- लंबे समय तक बैठने में असुविधा।
बादी बवासीर के कारण
इस रोग के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- कब्ज या मल का कठोर होना।
- पाचन तंत्र की कमजोरी या गैस की समस्या।
- फाइबर की कमी वाला भोजन।
- लंबे समय तक बैठने की आदत।
- गर्भावस्था या मोटापा।
- आनुवांशिक प्रवृत्ति।
बादी बवासीर का इलाज – आधुनिक लेजर तकनीक से
आज के समय में पाइल्स लेजर सर्जरी सबसे प्रभावी और पेन-फ्री उपचार मानी जाती है। यह गुदा रोग विशेषज्ञ द्वारा की जाने वाली एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है जिसमें लेजर बीम से सूजी हुई नसों को बंद किया जाता है, जिससे मरीज को कम दर्द और तेजी से राहत मिलती है।
लेजर सर्जरी के फायदे:
- कोई कट या टांका नहीं।
- तेजी से रिकवरी और कम रक्तस्राव।
- मरीज उसी दिन घर जा सकता है।
- पुनरावृत्ति (दोबारा होने) की संभावना बहुत कम।
अन्य संबंधित रोग और उपचार
फिशर का ऑपरेशन और भगंदर का ऑपरेशन भी उन्हीं मरीजों के लिए जरूरी होते हैं जिन्हें एनोरेक्टल समस्याएं अधिक बढ़ चुकी हों। इसके अलावा, गुर्दे की पथरी का इलाज, मस्से का इलाज, त्वचा रोग विशेषज्ञ द्वारा स्किन एलर्जी का इलाज, सोरायसिस का इलाज, फंगल इन्फेक्शन का इलाज जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
आईवीएफ और इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट
कई दंपतियों में महिला बांझपन के कारण या पुरुष बांझपन के कारण गर्भधारण में कठिनाई होती है। ऐसे मामलों में आईयूआई उपचार और आईवीएफ प्रक्रिया जैसे आधुनिक उपाय अपनाए जाते हैं जो दंपतियों को माता-पिता बनने का अवसर देते हैं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या बादी बवासीर का इलाज बिना ऑपरेशन के संभव है?
प्रारंभिक अवस्था में दवाओं, फाइबरयुक्त आहार और जल सेवन बढ़ाकर राहत मिल सकती है, परंतु गंभीर अवस्था में लेजर सर्जरी ही स्थायी समाधान है।
Q2. क्या पाइल्स लेजर सर्जरी दर्दनाक होती है?
नहीं, यह पेन-फ्री पाइल्स ट्रीटमेंट है जिसमें मरीज को न्यूनतम असुविधा होती है।
Q3. सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है?
आमतौर पर मरीज 1–2 दिनों में सामान्य जीवन शुरू कर सकता है।
Q4. क्या बवासीर दोबारा हो सकता है?
लेजर सर्जरी के बाद पुनरावृत्ति की संभावना बहुत कम होती है यदि मरीज जीवनशैली सुधार अपनाए।

